वैदिक वास्तु एवं ज्योतिष के क्षेत्र में आचार्य. उदय प्रकाश शर्मा ने अपने अनुभव और ज्ञान से देश भर मे अपनी एक अलग पहचान बनाई है। करीब 17 वर्षों से भी ज्यादा अनुभव रखने वाले उदय प्रकाश शर्मा को ज्योतिष एवं वास्तु शात्र का ज्ञान विरासत में अपने पिता पं. श्री राम कृपाल शर्मा से प्राप्त हुआ। आगे चलकर अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद आचार्य. उदय प्रकाश शर्मा ने ज्योतिष एवं वास्तुशात्र के दुर्लभ एवं गूढ़ रहस्य अपने पूज्य गुरुदेव डॉक्टर नागेन्द्र पांडे जी ( पूर्व. कुलपति संपूर्णानद संस्कृत विश्वविद्यालय / अध्यक्ष. काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास/ अध्यक्ष. ज्योतिष विज्ञान समिति वाराणसी ) से प्राप्त किया, आप को गुरुदेव की विशेष कृपा और आशीर्वाद प्राप्त रहा। साथ ही आप ने आध्यात्मिक-चक्र, मेडीटेशन एवं प्राणिक हीलिंग की शिक्षा प्राप्त करने के साथ ही गुरु के सानिध्य मे उनका प्रयोगात्मक ज्ञान भी ग्रहण कीया।
आचार्य. उदय प्रकाश शर्मा के उपलब्धियों की सूची यहीं खत्म नहीं होती। क्यूँ की आप ने मुंबई महाराष्ट्र मे अपने जीवन का बहुत समय बिताया हैं, अतः आप ने गुरुदेव की कृपा और आशीर्वाद से मुंबई घाटकोपर महाराष्ट्र राज्य में स्थित के. जे सोमैया कॉलेज ऑफआर्ट्स एंड कॉमर्स मे कला एवं संस्कृत विभाग से ज्योतिष पाठ्यक्रम एवं पारंपरिक व वैदिक वास्तु शात्र की शिक्षा ली तथा वहा भी इन विषयो का गहन अध्ययन किया। साथ ही विश्व प्रसिद्ध GEO VASTU के संस्थापक एवं इंडस्ट्रियल वास्तु मे महारत रखने वाले, वास्तुविद. डॉ. राजेन्द्र के. जैन द्वारा वास्तु मे भूमि एनर्जी, भूगर्भ विज्ञान, जिओपैथिक ऊर्जा, एवं औरा स्कैन व डाउजिग का आधुनिक ज्ञान प्राप्त किया, व उनके साथ लंबे समय तक वास्तु विजिट एवं वास्तु समाधान के अंतर्गत कार्य करके आधुनिक वास्तु की प्रयोगात्मक विधि का अनुभव भी प्राप्त किया।
साथ ही आप ने लंबे समय तक मुंबई महारष्ट्र के ही एक प्रसिद्ध ज्योतिष शिक्षण संस्थान (ब्रह्मांड ज्योतिष संस्थान) मे भी इन्ही विषयों की शिक्षा ली और और अपने वरिष्ठ आचार्यों द्वारा प्रेरित करने पर ईसी संस्थान में लंबे समय तक ज्योतिष और वास्तुशास्त्र के विद्यार्थियों को ज्योतिष और वास्तु शास्त्र की शिक्षा भी प्रदान की। आप ज्योतिष, वास्तुशास्त्र एवं आध्यात्मिक चक्र और मेडीटेशन के विषय पर निरंतर शोध परख आलेख लिखते रहते हैं। जो देश की कई प्रमुख पत्र-पत्रिकओं में छपते रहते हैं। आप अपने आलेख/ब्लॉग udayvastu.com पे प्रकाशित भी करते रहते है।
आचार्य उदय प्रकाश जी कहते हैं कि आज विज्ञान के युग में भी वास्तु और ज्योतिष शास्त्र का हमारे जीवन पर बहुत ही गहरा और महत्वपूर्ण प्रभाव है। ये दोनों शास्त्र हमें जीवन को संतुलित और सकारात्मक बनाने के लिए हर क्षण मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। यह पृथ्वी के मूलभूत पञ्चतत्व, सूर्य रश्मि, पृथ्वी के घूर्णन बल और गति, तथा ग्रह पिंडों के पड़ने वाले प्रभाव का क्या असर मनुष्य एवं जड़-चेतन पर पड़ता है उसको दर्शाते हैं, और किस तरह से मनुष्य इन प्रकृतिक ऊर्जाओं के साथ समन्वय स्थापित कर के अपना जीवन सरल बनाए उसको प्रतिपादित करते हैं।
अगर हम वास्तु शास्त्र की बात करें तो यह शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो हमें बताता है कि कैसे हमारे आसपास के वातावरण को संतुलित और सकारात्मक बनाया जा सकता है। यह शास्त्र हमें प्लॉट, घर, ऑफिस, फैक्ट्री, दुकान अथवा किसी भी प्रकार के निर्माण के लिए दिशा-निर्देश प्रदान करता है, जिससे हमें सुख, समृद्धि और शांति मिल सके। वहीं अगर हम ज्योतिष शास्त्र को जाने तो यह भी एक प्राचीन ज्ञान है जो हमें ग्रह, नक्षत्रों और तारों की चाल के माध्यम से जीवन को दिशा देने का प्रयास करता है। यह शास्त्र हमें हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं, जैसे कि शिक्षा, कैरियर, संबंध, स्वास्थ्य और धन, के बारे में जानकारी प्रदान करता है। अतः हमारे लिए इन दोनों शास्त्रों का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमें अपने जीवन को पूरी तरह से इनके अनुसार चलाना चाहिए। हमें इन शास्त्रों को एक मार्गदर्शक के रूप में लेना चाहिए और अपने जीवन को संतुलित और सकारात्मक बनाने के लिए इनका उपयोग करना चाहिए।
जब आवश्यक लगे तब अपनी जन्म कुंडली अपने घर, प्लॉट/फैक्ट्री/ऑफिस/दुकान आदि की किसी कुशल आचार्य (जो इन विषयों को ठीक से जाननने वाला और अनुभवी हो) से जांच करवाकर उनके निर्देश अनुसार बदलाव करना चाहिए, जैसे कि घर के मुख्य द्वार की दिशा को जानकर उसका वास्तुसम्मत ध्यान रखना, घर में पौधे लगाना, रगों द्वारा ऊर्जा को बढ़ाना, निर्माण से पूर्व भूमि/प्लॉट की जिओपैथिक ऊर्जा की जांच करवाना, जन्मकुंडली के अनुसार अपने ग्रहों की ऊर्जा को संतुलित करने हेतु रत्न-रुद्राक्ष और क्रिस्टल का प्रयोग करना , भूमि की ऊर्जा बढ़ाने के लिए ब्रह्मनाभी का निर्माण करना, पूजा-मंत्र-जप एवं हवन करके अपने आसपास के वातावरण को शुद्ध एवं साफ रखना, हमें बहुत ही सकारात्मक परिणाम दे सकता हैं ।
आज देश-विदेश से हजारों लोग आचार्य उदय प्रकाश शर्मा जी द्वारा बताये गए ज्योतिषीय एवं वास्तु उपायों से लाभवंतित हो रहे हैं। इनकी साधारण भाषाशैली की वजह से लोग इनकी बाते आसानी से समझ पाते हैं। यही वजह है कि आज विश्व भर से हजारों लोग,जो अपनी जिन्दगी से निराश हो चुके है, वो उदय प्रकाश शर्मा जी से संपर्क करते हैं, और उनके परामर्श द्वारा अपने जीवन में खुशहाली ला रहे हैं। लोगो की सेवाओं को लेकर आचार्य जी ज़्यादातर देश के कई शहरो के भ्रमण/विजिट पर रहते हैं। फोन के माध्यम से देश-विदेश के लोग भी आचार्य जी से अपनी जिज्ञासा का समाधान जानते रहते हैं। आप का मोबाईल नंबर +91 9867909898 है। आचार्य उदय प्रकाश शर्मा से आप विभिन्न सेवाओ के लिये विशेष रूप से संपर्क कर सकते है-
वैदिक ज्योतिष के अनुसार जन्मकुंडली का अध्ययन, घर/ऑफिस/फैक्ट्री/दुकान/शोरूम/प्लॉट-भूमि आदि के लिए वास्तु सलाह, प्रश्नकुंडली , मुहूर्त-विचार, वर-वधु कुंडली मेलापक, रुद्राक्ष एवं रत्न सलाह, चक्र एवं प्रणिक उपचार।
आप को औद्योगिक इकाइयों अर्थात इंडस्ट्रीयल वास्तु मे विशेष महारत प्राप्त है
Astrologer & Vastu Consultant, Geopaithic Expert, Numerologist,
Proficient Vedic Architectural Science, Gemstone and Crystal Advisor, Trainer for Aura Scanning, Healing and Balancing Chakras, Meditational Spiritual & Alternative Healers, Vastu Urja, Vastu Enargy, Vastu Consultant, Best Vastu Consultant In India, Best Vastu Consultant In Varanasi Uttar Pradesh, Best Vastu Consultant In Mumbai Maharashtra
Uday Prakash Sharma
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| उदय प्रकाश शर्मा |
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जवाब देंहटाएंNice article, which you have shared here. Your article is very informative and I liked your way to express your views in this post. famous astrologers
जवाब देंहटाएंबहुत धन्यवाद आप का
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